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RE: दशहरे पर रावण को जलाना कितना उचित?
जी, आपका विश्लेषण भी ठीक प्रतीत होता है। लेकिन मेरा मानना है कि लक्ष्मण ने जो किया वह या तो over-reaction था या फिर नाक-काटना एक प्रतीक रूप में कहा गया और उसने सच में उसका मुंह काला कर दिया हो! जो भी हुआ अनुचित ही हुआ था।
और आपका कथन बिलकुल ठीक है कि पुतला दहन और पटाखों का प्रयोग हमारे ही पर्यावरण को क्षति पहुंचा रहा है। परंपराएं तो मानव समाज को सकारात्मक रूप से बांध कर सृजनात्मक गतिविधियों में व्यस्त रहने के लिए बनाई जाती थी। किंतु उनकी प्रासंगिकता अब समाप्त-सी हो गई है और हम सिर्फ उन्हें ढो भर रहे हैं।