You are viewing a single comment's thread from:
RE: दशहरे पर रावण को जलाना कितना उचित?
सही कहा आपने! आज तो इतने रावण मौजूद हैं और वो भी मुखौटों में छुपे हुए! कम से कम पहले खुल कर सामने तो आता था!
वैसे रावण तो हर व्यक्ति में विद्यमान है। बस अपने अन्दर झाँक कर देखने की देर है!