शून्य मुद्रा ..........
शून्य मुद्रा योग मुद्रा शून्य का अर्थ होता है आकाश, शून्य मुद्रा शरीर के आतंरिक तत्यों को संतुलित करती है| इस मुद्रा के अभ्यास से शरीर में स्फूर्ति बढ़ती है और आलस्य नही रहता। यदि आप पहाड़ों या ऊची जगहों पर हो और आपको घबराहट हो रही हो तो इस मुद्रा का अभ्यास करें, आपका भय समाप्त हो जाएगा|'."