RE: THE DIARY GAME SEASON-2 A GOOD DAY 2/08|2020
नीचे आकर मैने मां और पापा के चरणस्पर्श
आपकी परवरिश बिलकुल भारतीय दर्शन की गौरवशाली दिन की याद दिला रहे है, वैसे आज कल माता पिता का पैर चुना, आशीर्वाद लेना ग भूल गए है। आप पर हमे गर्व है मेरे भाई। ईशर आपको सदा खुश रखे।
प्रातकाल उठि कै रघुनाथा। मातु पिता गुरु नावहिं माथा॥
आयसु मागि करहिं पुर काजा। देखि चरित हरषइ मन राजा॥
भावार्थ-
रघुनाथ प्रातःकाल उठकर माता-पिता और गुरु को मस्तक नवाते हैं और आज्ञा लेकर नगर का काम करते हैं। उनके चरित्र देख-देखकर राजा मन में बड़े हर्षित होते हैं।
श्री राम मंदिर की शिलान्यास कल होने जा रही है , इससे बड़ा हर्ष की विषय और क्या हो सकती है, हम तो इस दिन के लिए तरस गए थे।
5 बजे उठकर में अपने घर की छत पर गया जो कि नज़ारा देख कर दिल खुश हो गया
जो लोग सुबह सूर्योदय से पहले उठते हे वो सत्य युग की अनुभूति करते है, फिर जैसे जैसे दिन ढलती है त्रेतायां, द्वापर, फिर काली, इसीलिए रात को जल्दी शोना और सुबह जल्दी उठना है।
मै कभी भी किसी के खाने कि बुराई नहीं करता क्योंकि मुझे खाने में सब कुछ पसंद हैं
मेरे मां पापा का कहना है खाने की कभी बुराई नहीं करनी चाहिए क्योंकि खाना ही इंसान के लिए भगवान का रूप है।
इसीलिए तो हमारे परंपरा मैं अन्न को साख्यात लक्ष्मी कहा गया है।
धन्यबाद
धन्यवाद ।। आपसे मिलकर आचा लगा ।