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डबवाली, 10 अगस्त। डबवाली खंड के गांव देसूजोधा में किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपमंडलाधीश सुरेंद्र बैनीवाल ने शिरकत की। इस प्रशिक्षण शिविर में 500 से भी अधिक किसानों ने भाग लिया।
उपमंडलाधीश सुरेंद्र बैनीवाल ने कहा कि हरियाणा प्रदेश कृषि प्रधान प्रदेश है। नवीनतम कृषि तकनीक अपनाकर कृषि व्यवसाय में ईजाफ ा किया जा सकता है। सरकार द्वारा फसलों के अवशेष न जलाने बारे विशेष हिदायतें दी गई है। उन्होंने कहा कि किसान फसल कटाई के बाद फसलों के अवशेष न जलाए, आधुनिक तकनीक के कृषि यंत्रों का प्रयोग कर फसल अवशेष प्रबंधन में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि अवशेषों को जमीन में मिलाकर भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा लगाए जा रहे शिविरों में भाग लेकर सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न स्कीमों की जानकारी प्राप्त करके उनका भरपूर लाभ उठाए।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में सब्जी की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने भावान्तर भरपाई योजना लागू की है। इस योजना के तहत सरकार ने सब्जियों के रेट निर्धारित किए हैं। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे कृषि विभाग द्वारा क्रियांवित की जा रही योजनाओं को अपना कर अच्छी पैदावार लें।कृषि को उत्तम खेती के रूप में सर्वोतम व्यवसाय माना जाता है, लेकिन जागरुकता के अभाव में कुछ किसान सरकारी योजनाओं का भरपूर लाभ नहीं उठा पाते।
सहायक कृषि अभियंता जसविंद्र सिंह चौहान ने बताया कि विभाग की सभी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए किसान कृषि विभाग की वैबसाईट ड्डद्दह्म्द्बद्धड्डह्म्4ड्डठ्ठड्ड.द्दश1.द्बठ्ठ पर अपना पंजीकरण अवश्य करें। उन्होंने कहा कि एस.एम.एस. लगी हुई कंबाईन से धान की कटाई के बाद हैप्पी सीडर से गेहूं की बिजाई करने व निर्धारित समय उपरांत फसल को सिंचित करने बारे भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा फसल प्रबंधन के लिए कृषि यंत्रों पर भारी अनुदान दिया जा रहा है। डा. नरेश यादव ने नरमे फसल पर फफूंद नाशक कापर ओक्सी क्लोराईड 500 ग्राम/प्रति एकड़ व स्ट्रेप्टोसाइकालीन 6 ग्राम प्रति एकड़ मात्र छिड़काव करने की जानकारी दी। उन्होंने किसानों को एचएयू द्वारा चलाई जा रही ई-मौसम एप से फसल व मौसम संबंधी ज्ञान प्राप्त करने की भी जानकारी दी।