शुभ नवरात्रि
तारीफ चरित्र की हो चेहरे की नहीं चेहरा अच्छा कुछ मिनट में अच्छा बनाया जा सकता है चरित्र बनाने में सारी जिंदगी लग जाती है चेहरा कुछ घंटे तक ही याद रहता है चरित्र हमेशा के लिए यादगार बन जाता है।
हद से ज्यादा समझदारी होना भी ख़तरनाक है जितने समझदार बनेंगे जिंदगी उतनी बेरंग हो जाएगी ज़िंदगी जीने के लिए दिल को बच्चा और दिमाग को नादान रखिए।