shayari #66
रोते रहे तुम भी, रोते रहे हम भी,
कहते रहे तुम भी और कहते रहे हम भी,
ना जाने इस ज़माने को हमारे इश्क़ से क्या नाराज़गी थी,
बस समझाते रहे तुम भी और समझाते रहे हम भी।
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For being a bot you can't have pink hair, for you are not real.
You don't have a choice. You're programmed to maintain a conversation.