तूम क्या जानो किस तकलीफ में हूं मैं मेरे दर्द का आलम ........
तूम क्या जानो किस तकलीफ में हूं मैं मेरे दर्द का आलम कोई रात की उस तनहाई से पुछे जो तेरी याद आने पर मेरे दर्द में हमदर्द बनती है
तूम क्या जानो किस तकलीफ में हूं मैं मेरे दर्द का आलम कोई रात की उस तनहाई से पुछे जो तेरी याद आने पर मेरे दर्द में हमदर्द बनती है