मेरे लिए वर्तमान ही सब कुछ है....
मेरे लिए वर्तमान ही सब कुछ है| भविष्य की चिंता हमें कायर बना देती है, भूत का भार हमारी कमर तोड़ देता है-मुंशी प्रेमचंद एक कदम सफलता की'.
मेरे लिए वर्तमान ही सब कुछ है| भविष्य की चिंता हमें कायर बना देती है, भूत का भार हमारी कमर तोड़ देता है-मुंशी प्रेमचंद एक कदम सफलता की'.