सही कहा sir आपने......
"उगते सूरज को हर कोइ सलाम करता है,डूबते सूरज को कोइ नहीं देखता|
टूटा हुआ तारा दूसरों की मुरादें इस लिये पूरी करता है,क्यौं कि उसे टूटने का दर्द मालूम होता है|"
सही कहा sir आपने......
"उगते सूरज को हर कोइ सलाम करता है,डूबते सूरज को कोइ नहीं देखता|
टूटा हुआ तारा दूसरों की मुरादें इस लिये पूरी करता है,क्यौं कि उसे टूटने का दर्द मालूम होता है|"