ब्रह्मांड को बचाओ
भगवान ही ब्रह्मांड के रचयिता हैं।उन्होंने इस समस्त सृष्टि की रचना की हैं। पशु, पक्षी, मानव हम सभी भगवान की कृति हैं। हाँ ये १००% सच है की आज हम विज्ञान की मदद से चाँद पर पहुँच सकते हैं, लेकिन हम दुसरा चाँद नहीं बना सकते हैं।
एक दिन भगवान स्वर्ग में आराम कर रहें थे। तभी एक वैज्ञानिक ने उनसे कहा कि, भगवान, अब हमें आपकी जरूरत नहीं हैं! विज्ञान ने आखिर जिंदगी बनाना ढुंढ लिया हैं। यानि अब हम भी वही कर सकते हैं, जो आप शुरू में करते थे। भगवान ने जवाब दिया, ओह, तो ऐसा! मुझे भी बताओ। तभी वैज्ञानिक ने कहा, अच्छा ठीक है! हमने मिट्टी ली और उसे समान्ता मे फैलाया और उसमे जिंदगी के गुण डाले और इसी से इन्सान का निर्माण होता हैं।
भगवान ने जवाब दिया, बहुत खुब! ये तो मजेदार है, मुझे भी दिखाओ। तभी वह वैज्ञानिक धरती की ओर झुका, और मिट्टी को इन्सान के साँचे में ढालने लगा। तभी भगवान ने कहा, नहीं नहीं.....! तुम अपनी मिट्टी लो.......!
एक बात हमेशा याद रखे चाहे कितने भी बडे क्यों ना हो जाये, सच में हम भगवान से हमेशा छोटे ही रहेंगे। क्योंकी वही हैं जिन्होने इस सृष्टि का निर्माण किया जाता हैं।
दुनिया में कई ऐसी प्राकृतिक चीजे है जिनकी उत्पति का कारण जान पानें में विज्ञान भी असफल रहा हैं। इसिलिए हमें भगवान के साथ कभी मुकाबला नहीं करना चाहिये। हमें सदैव उन पर भरोसा रखना चाहिए। वे कभी हमारा बुरा नहीं चाहेगें। भगवान ने इस सुन्दर ब्रह्माण्ड की निर्मिती हमारे लिए ही की हैं।
तो हमें अपने विज्ञान का उपयोग उनकी सुन्दर कृति को बचाने में करना चाहिये, ना की नष्ट करने मे करना चाहिये। हमें उनका हमेशा धन्यवाद करना चाहिये।
God is the creator of the universe. They have composed this creation. Animals, birds, humans We all are master of God. Yes it is 100% true that today we can reach the moon with the help of science, but we can not make another moon.
One day God was resting in heaven. Then the scientist said to him, Now we do not need you, science has finally decided to make life. That is, now we can do what you used to do in the beginning.God replied, Oh, so it is, tell me also. Then the scientist said, okay okay! We took the clay and spread it to equality and put the qualities of life in it and this is the creation of the human being.
God answered, very happy! This is fun, show me too. At that time, the scientist turned towards earth and molded the soil into the mold of the human being. Then God said, no, no .....! You take your clay ....
Always remember one thing, no matter how big we are, in truth we will always remain small to God. Because it is who created this creation.
There are many such natural things in the world that science has also failed in the cause of its origin. That's why we should not compete with God. We should always trust them. They will never want our bad luck. God has created this beautiful universe for us only.
So we should use science to save their beautiful work, not to destroy it. We should always thank him.
Who is god? I haven't seen him. If God is there, and we all are his children then why do people have deadly diseases like cancer, why do people die of cancer
Stay Fear
And that ... Hanna!
The balance of
love it
thank you