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RE: जैन दर्शन : परमात्मपद-प्राप्ति की सामग्री - भाग # १
सुविचार मेहता जी,
मन से सदैव प्रभु का विचार करते रहो तो अन्य विचारों के लिए जगह ही नहीं बचेगी ।
धन्यवाद।
सुविचार मेहता जी,
मन से सदैव प्रभु का विचार करते रहो तो अन्य विचारों के लिए जगह ही नहीं बचेगी ।
धन्यवाद।
हाँ , सही कहा आपने. यदि हम सदैव प्रभु का स्मरण करते रहे तो अन्य विचारों / कामों के लिए जगह ही नहीं रहेगी.