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RE: क्षमा वीरस्य भूषणम् (अंतिम भाग # २) | Heroes Pride Forgiveness (Final Part # 2)
ये दुनिया प्यार से ही चल सकती है. और क्रोध करके हम अपना दिमाग और सामने वाले का दिमाग भी ख़राब कर देते है. अत: इससे बचना चाहिए.
जी बिलकुल सही बात आपकी और सर जी मेने आपको मेरा facebook profile का लिंक दे रहा हु उमीद आप आप जरुर मुझे एक msg करोगे मुझे कुछ knowlage चाहिए आपसे की किस तरह के पोस्ट लिखू में और किस सब्जेक्ट पर जिस से मेरा steemit ब्लॉग ग्रो करे
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