You are viewing a single comment's thread from:RE: सुख : स्वरूप और चिन्तन (भाग # १) | Happiness : Nature and Thought (Part # 1)View the full contextView the direct parentmehta (80)in #life • 6 years ago परन्तु ऐसा कहा जाता है कि दुःख बांटने से कम हो जाता है.
जी हाँ आपने सही कहा , कोई ऐसा व्यक्ति नहीं होगा जो कहेगा की आप अपने दुःख मुझे दे दो लेकिन हम अपने दुःख अपनों के साथ साझा कर सकते हैं।