Good morning
800 साल पहले जन्मी एक स्त्री के सन्मान की चिन्ता में देश के हज़ारो नागरिक आज हिंसा पर उत्तर आए है।
शायद इससे आधी भी चिंता अगर देश की जीवीत स्त्रियो के सन्मान के भी लिए की होती तो देश में आज बलात्कार तो क्या एक भी छेड़छाड़ की भी घटना न बनती।
कड़वा है पर सत्य है।