मित्रों नमस्कार
जरा ध्यान दें !!!!
ये सभी समाचार दैनिक जागरण समाचार पत्र से हैं
आपको लगता होगा बाढ एक दैविक आपदा है
जरा हेडलाइन को ध्यान से पढे और विचार करें
नदी के किनारों के गाँव निश्चित हैं और लोग भी, फिर बाँध क्यों नहीं बनाये जाते या लोगों को क्यों नहीं हटाया जाता है?
बाँध बनाने से कई गुना ज्यादा बाँध की मरम्मत पर क्यों खर्च होता है?
लोग बार बार नदी के किनारे ही घर एवं छप्पर क्यों बनाते हैं ?
बाढ एक दैविक आपदा है पर भ्रष्टाचार इसे और विकराल बना देता है कुछ लोगों के लिए दैविक आपदाएं कारोबार हैं
.............सोचिए कौन हैं ये लोग ???
Pta nahi .. kon h yee log 🤓
Those who are taking huge commission in relief activities .....local officers, contractors, relief iteam suppliers.
Great jab
Kuki bro... We expect that government will solve our problem.. but the truth is it's our problem so we have to unite together to solve our problem.
very well information.