कुछ ऐसी बातें जिसे सीखने से हमारी जिंदगी संवर जाएगी #Precious words
- सफलता की कहानियाँ मत पढ़ो उससे सिर्फ आपको सन्देश मिलेगा
असफलता की कहानियाँ पढ़ो उससे आपको खुदकी गलतियों का पता चलेगा .
सफलता किसे नहीं चाहिए , सब सफलता के लिए इधर उधर भटकते है , कई बार हम सफलता की कहानियां भी पढ़ते है , लेकिन कुछ महान नायक यह कहते है के हमें सफलता की कहानियां नहीं पढ़नी चाहिए , क्यूंकि उनसे सिर्फ हमें यह पता चलेगा के सफलता किस किस को हासिल हुई , बल्कि हमें तो असफलताओं की कहानियां पढ़नी चाहिए , वो कैसे सफल नहीं हो पाया , उसने क्या क्या गलतियां की , क्या कारण था उसके सफल ना होने का , असफलताओं की कहानियां हमें वो गलतिया पहले ही दिखा देगी जो शायद भविष्य में हम करने वाले थे , अगर पहले ही हमें वो गलतियों का एहसास हो जायेगा तो वो गलतियां हम करेंगे ही नहीं , और सीधा सफलता को हासिल कर लेंगे , इसलिए सफलता की कहानिया तो सिर्फ हमारा मनोरंजन ही करेंगी बल्कि असफलता की कहानिया हमें सफल जीवन के लिए प्रेरणा देंगी।
2.हमें अपनी जॉब से प्यार करना चाहिए कंपनी से नहीं
क्यूंकि नाजाने कब आपकी कंपनी आपको प्यार करना बंद करदे
कई बार कुछ लोग बोहोत दिल लगाकर अपनी कंपनी में काम करते हैं और वो अपनी कंपनी के इतने बफादार हो जाते है के कंपनी उन्हें बोहोत ही ऊँचे स्थान पर बैठा देती है , लेकिन तभी हम काम करने की बजाये अपने से छोटी पदवी के लोगो पर रोब जमाने लग जाते है , परन्तु कुछ ऐसे समय के बाद हम अपने काम को काम ना समझ कर कंपनी को ही अपना मानते हुए खुद मालिक बन जाते है , उससे क्या होता है आपकी पदवी चाहे है लेकिन आप वो नहीं रहते जैसे आप पहले थे , क्यूंकि आपकी काबलियत तो आपकी कुर्सी चुरा लेती है पहले आप अधिक मेहनत करते थे परन्तु अब वो मेहनती नहीं करते , इसलिए कंपनी को आपकी कुर्सी चुभने लगती है लेकिन अगर हम पहले के जैसे ही काम करते तो शायद कंपनी आपके लिए खुद बफादार होती , हम कंपनी को ज्यादा प्यार करने लग जाते है , बल्कि काम को काबलियत ज्यादा देनी चाहिए , इससे हम अपने काम में हमेशा पहले की भाँती निपुण ही रहेंगे , और कंपनी भी हमें तरक्की देती रहेगी लेकिन हमें अपनी तरक्कियों का कभी भी गलत फायदा नहीं उठाना चाहिए , उससे क्या होगा कंपनी आपको किसी भी वक़्त काम से निकाल देगी।
3.अगर आप रेत पर आपने क़दमों के निशान छोड़ना चाहते हैं
तो एक ही उपाए है अपने कदम पीछे मत खिचिये
कई बार हम देखते है के कुछ लोग जिंदगी में ऐसी छाप छोड़ जाते हैं के उनके नक़्शे कदम पर पूरी दुनिया चलने लगती है और कामयाब होने लगती है , हमारे भी मन में आता ही के पूरी दुनिया सिर्फ हमें ही Follow करे , लेकिन ऐसा बिलकुल संभव ही नहीं होता वो इसलिए क्यूंकि हम खुद को कभी एक ही रास्ते पर चलने ही नहीं देते , हम खुद कामयाब नहीं होते तो दूसरों को क्या प्रेरणा देंगे , होता यह है के पहले हम किसी और रास्ते पर चलते हैं परन्तु कुछ समय तक हमें सफलना नहीं मिलती और हम यह देखते है के कोई दूसरा उससे पीछे से चलके किसी और रास्ते से उससे पहले सफलता को हासिल कर गया , और हम अपना रास्ता छोड़कर उसके रास्ते पर सवार हो जाते है , क्यूंकि हमें खुदका चुना हुआ रास्ता कमजोर लगने लगता है , और फिर कुछ समय बाद फिरसे ऐसा होता है , बात सिर्फ इतनी है के हमारे रास्ते में कोई कमी नहीं होती बस हम खुदको कमजोर बना लेते है और अपनी मंजिल तो हमें दिखाई ही नहीं देती बस दुसरो की सफलता ही हमें दिखती है , दो किश्तियों पर अगर हम खुदको सवार करेंगे तो गिरेंगे तो हम ही , इसलिए अगर आपको खुदकी छाप छोड़नी है तो अपने चुने हुए रास्ते पर अपनी मंजिल को देखते हुए बस चलते ही रहिये , आपके निशान पूरी दुनिया देखेगी।
Post By : Hanish Kumar Sharma
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Beautiful write up! Encouraging!
Ok i'll Try my best ..Thanks for advice
great work dear.