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RE: जिनवाणी : जीवन और आचरण -- भाग #१
मनुष्य जीवन सुंदर है, दुर्लभ है और अनेक संभावनाओं से ओत-प्रोत है। कहा जाता है कि मनुष्य एक भटका हुआ देवता है। अगर हम प्राकृतिक रूप से जीवन जियें। जिओ और जीने दो के विचार पर अमल करें तो हमें "मनुष्य" बनने के लिए जंगलों की तरफ नही जाना पड़ेगा। हम लोगों के बीच मे ही रहकर एक उत्कृष्ट जीवन जी सकते हैं।
महापुरुषों ने हमें काफी कुछ सिखाया है लेकिन हम अज्ञानी मनुष्य नही सीखते। अगर सीखते हैं तो अमल नही करते।
kya batt boli sarji i am impersd i like you
sarji hindi me keyse taip hota he ham bhi kar skte he kya batao place