You are viewing a single comment's thread from:
RE: क्षमा वीरस्य भूषणम् (अंतिम भाग # २) | Heroes Pride Forgiveness (Final Part # 2)
सत्य कहा आपने हमारे इतिहास में जीवन को जीने का सन्मार्ग बहुत अच्छे से वर्णित किया है परंतु इसको इस विलासितापूर्ण जीवन में अपनाना बहुत की जटिल होता जा रहा है । इसके लिए बहुत ही कठिन परिश्रम की आवश्यकता है एवं अहंकार का त्याग जरुरी है ।
Posted using Partiko Android
बस हमें हमारी सोच बदलने की जरुरत है, कोई भी मुश्किल नहीं है.
सोच बदलो, सब ठीक हो जाएगा.