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RE: जय बोलो महावीर स्वामी की... : जिनवाणी
@ramyadav जी अपनी भाषा में लिखने का मजा ही अलग है. पढने व समझने में आसानी रहती है और जुडाव भी बना रहता है.
@ramyadav जी अपनी भाषा में लिखने का मजा ही अलग है. पढने व समझने में आसानी रहती है और जुडाव भी बना रहता है.