एक नईं शुरूआत
सुप्रभात मित्रो
सुबह
आज मैं जा रही हूं कॉलेज,पर मेरी मम्मा माना कर रही है फिर भी मुझे जाना है ,बहुत मन कर रहा है,तो फिर मैंने मम्मा को मनाया ,तो वो मन गई ।अब मैं पहले घर के काम करू ,खाना बना लूं और फिर जाऊंगी कॉलेज । पर यार मुझे घर में काम करते करते ही 12 बज गए । फिर मैं जल्दी जल्दी तैयार होकर चली कॉलेज जाने लगी ।
दोपहर
मैं कॉलेज जाने लगी तो मेरा एक भाई मिल गया । उसने मुझे कॉलेज के रास्ते तक छोड़ा ,और फिर मैं वहां से निकल रही थी। तब शिवम भाई का कॉल आया कॉलेज से ,भाई मुझे कहने लगा समोसे ले आना यार तब फिर मै उसके लिए समोसे लेके गई, समोसे के रुपए भी उसी ने दिए थे मैने दिए ही नही।
तो अब मैं बस द्वारा जा रही हूं कॉलेज।कॉलेज पहुंचे तो वहा शिवम भाई थे ही नहीं । फिर मैने कहा अपनी क्लास ही अटेंड कर लेती हूं,तो वहा एक नई मित्र मिली कशिश , मुझे लगा वो मेरे जेसी ही होगी पर अभी पता नहीं।क्योंकि एक बार में किसी को समझ नही सकते न ।फिर थोड़ी देर पढ़ाई की ,उसके बाद प्रोफेसर के पास कॉल आया की आज हमारे शहर भोपाल में तिरंगा यात्रा निकाल रही है विद्यार्थियों को साथ लेकर जाना है तो हम सब लोग वहा जाने लगे पर , मुझे याद आया की घर में तो कहा ही नही है ,तो मैने पापा को massage कर दिया था ।फिर हम लोग गए लाल घाटी की ओर वहा हमने "वंदे मातरम् और भारत माता की जय" के जयकारे लगाए । आज हमारे शहर भोपाल में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज एक दिन पहले तिरंगा यात्रा निकाल रही थी जहां हमारे प्यारे मामा जी माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी और उनके साथ कई नेता आए हुए थे, वहा पर "miss Madhya Pradesh" भी आई हुई थी ।
शाम
रैली बहुत बड़ी थी तो हम बीच में से ही निकल के आ गए हमारे साथ हमारे सीनियर भी थे उन्होंने हम लोगो की देखभाल की ,और बहुत मजे किए आज हमने ,और फिर हम लोग वहा से अपने कॉलेज बस में आ गए तो वहा पता चला कि अभी प्रोफेसर नही पहुंचे है ,तो फिर हम लोग बस में ही देशभक्ति के गाने गाये,बहुत मजा आया । तो कुछ देर में प्रोफेसर भी आ गए ,तब हम वहा से फिर अपने कॉलेज की ओर आ रहे थे ।कॉलेज पहुंचते ही मैं पापा को कॉल कर रही पापा मुझे कर रहे हम दोनो का ही कॉल नही लग रहा था ।फिर जैसे तैसे मैं अपने घर आ गई ।
रात
आज बहुत थक गई थी ,पर आज का दिन सबसे बेहतर था ।क्या है कभी कभी दिनचर्या के अलावा कुछ अलग भी करना चाहिए । भले ही डांट पड़ गई तो क्या हुआ चलता है कभी कभी।चलिए अब हमे भी नींद आने लगी है शुभरात्रि ।
- ये सारी तश्वीरे Mi redmi7 से @varshav द्वारा ली गई है
नमस्कार, @varshav।
अपने डायरी अच्छी लिखी है। परंतु आपको मात्राओं और व्याकरण पर थोड़ा ध्यान देने की आवश्यकता है।
और हमेंशा अपने लेख को प्रकाशित करने से पूर्ण उसे स्वयं पढ़ लेना चाहिए।
एक अच्छा लेखक अपने लेखन का प्रथम पाठक भी होता है।
धन्यवाद।
जी @avinashgoyal जी आपने जो कहा हम उस पर ध्यान देंगे ।
धन्यवाद
Boht hi khoobsurati se aaapne apne bharat desh ki kuch khoobsurat tasveere share kari hai .... Very nice varsha
Keep growing 💗
Thank you so much
Its my pleasure dear💕