जीवन को साफ-साफ देखकर..,
जीवन को साफ-साफ देखकर
जब तुम समझने लगते हो कि
कौन-सा काम तुम्हारी
सच्चाई से निकल रहा है,
और कौन-सा काम तुम्हारी
कमज़ोरी से, या तुम्हारे डर से,
या तुम्हारे लालच से निकल रहा है,
तो उससे एक आग पैदा होती है
जो जीवन की सब
अशुद्धताओं को जला देती है!