यहां मंदिर मौजूदा मंदिर के........................
यहां मंदिर मौजूदा मंदिर के पीछे सर्वप्रथम पांडवों ने बनवाया था, लेकिन वक्त के थपेड़ों को मार के चलते यह मंदिर लुप्त हो गया तब इस मंदिर का निर्माण 508 ईसा पूर्व जन्में और 476 ईसा पूर्व देहत्याग गए अदिशंकराचार्य ने करवाया था इस मंदिर के पीछे ही उनकी समाधि है। इसका गर्भग्रह अपेक्षाकृत प्राचीन है जिसे 80 वीं शताब्दी के लगभग का माना जाता है पहले 10 वीं सदी में मालवा के राजा भोज द्वारा और फिर तेरहवीं सदी में मंदिर का जीणोद्धार किया गया।'."