Good thoughts with maa pictures
युवा पीढ़ी जिन्दगी जीना भूल गई इनकी स्वच्छंदता की चाहत ने इन्हें बहस और हवश का आदी बना दिया।
शादी जो कभी परिवार की शौक हुआ करती थी बच्चे के जन्म से ही अरमान जन्म ले लेते थे आज के समाज में अधिकांश शादियां शौक कम शोक बनकर रह जा रही हैं बकवास शौक के कारण अधिकतर शादी जलती आग की भट्टी बन जा रही हैं जिसमें दोनों परिवार भूनें जा रहें हैं आधुनिक बनने की दौड़ में युवा पीढ़ी संस्कार संस्कृति धर्म लिहाज मान मर्यादा सब भूल कर परिवार को शोकाकुल बना रहे हैं।
सोचना पड़ेगा हम कहां थे अब कहां जा रहे हैं क्या पाने के लिए क्या खो रहे हैं किस चीज को पाने की कीमत क्या देकर चुका रहे हैं और जो हम हासिल करने के लिए दौड़ रहे हैं क्या वह हमारी जिंदगी की मूलभूत आवश्यकताओं में है भी या नहीं।