ये दर्द तो आँखों से हरबार झलकता है

in #busy6 years ago

ये दर्द तो आँखों से हरबार झलकता है
वो दर्द की सूरत ही मरे दिल में उबलता है

दुनिया में रहो लेकिन दुनिया ना रहे दिल में
इन्सान के ग़म में जो आँखों से छलकता है

ज़हनों के मरासिम थे इक साथ भी हो जाते
जाये ना मगर दिल से एक प्यार निकलता है

आवाज़ समाअत तक पहुंची ही नहीं शायद
वो वर्ना तसल्ली को कुछ देर दहकता है

जब आईने में सूरत धुँदली सी दिखाई दे
फिर धूल की वादी से इन्सान दमकता है

इस मेरी ज़मीं पे अब यही दर्द कहानी है
कुछ क़िस्से हैं माज़ी के , कुछ लोग कड़कता है

इक रोज़ तो लूटेंगे वशमा तरी गलीयों में
आएँगे कसम से हम तिरा प्यार चमकता है

Coin Marketplace

STEEM 0.26
TRX 0.19
JST 0.037
BTC 91836.73
ETH 3327.10
USDT 1.00
SBD 3.93