सत्यार्थ प्रकाश 172
(प्रश्न) जिस जगह में एक वस्तु होती है उस जगह में दूसरी वस्तु नहीं रह सकती। इसीलिये जीव और ईश्वर का संयोग सम्बन्ध हो सकता है व्याप्य व्यापक नहीं।
(उत्तर) यह नियम समान आकारवाले पदार्थों में घट सकता है असमानाकृति में नहीं। जैसे लोहा स्थूल, अग्नि सूक्ष्म होता है, इस कारण से लोहे में विद्युत्, अग्नि व्यापक होकर एक ही अवकाश में दोनों रहते हैं, वैसे जीव परमेश्वर से स्थूल और परमेश्वर जीव से सूक्ष्म होने से परमेश्वर व्यापक और जीव व्याप्य है। जैसे यह व्याप्य व्यापक सम्बन्ध जीव ईश्वर का है वैसा ही सेव्य सेवक, आधाराधेय, स्वामी भृत्य, राजा प्रजा और पिता पुत्र आदि भी सम्बन्ध हैं।
अलीगढ़ गरम वालों
You got a 7.64% upvote from @booster courtesy of @suthar486!
NEW FEATURE:
You can earn a passive income from our service by delegating your stake in SteemPower to @booster. We'll be sharing 100% Liquid tokens automatically between all our delegators every time a wallet has accumulated 1K STEEM or SBD.
Quick Delegation: 1000| 2500 | 5000 | 10000 | 20000 | 50000
जालौर हेलो
डब्ल्यू डब्ल्यू गाड़ी मारी चिरमिरी से