Beautiful thought
चीजों और परिस्थितियों का सृजन दिमाग में नहीं वास्तविकता में करें सिर्फ दिमागी सृजनशीलता शब्दों की दुनिया के लिए ही उपयुक्तता है वास्तविक सृजनात्मक ही स्वयं के लिए और समाज के लिए हितकारी है।
चीजों और परिस्थितियों का सृजन दिमाग में नहीं वास्तविकता में करें सिर्फ दिमागी सृजनशीलता शब्दों की दुनिया के लिए ही उपयुक्तता है वास्तविक सृजनात्मक ही स्वयं के लिए और समाज के लिए हितकारी है।