Beautiful thought
कौन साथ है कौन विरुद्ध ? कौन अपना है कौन पराया ?
क्या ये अंत है ?
या यही शुरुआत है ?
घोर कलयुग चल रहा है दिन रात पति को भूनने वाली स्त्री भी जलती मोमबत्ती हाथ में पकड़ चलते हुए भी सीना ठोककर कहती है मैं अग्नि परीक्षा दे रही हूं।
कौन साथ है कौन विरुद्ध ? कौन अपना है कौन पराया ?
क्या ये अंत है ?
या यही शुरुआत है ?
घोर कलयुग चल रहा है दिन रात पति को भूनने वाली स्त्री भी जलती मोमबत्ती हाथ में पकड़ चलते हुए भी सीना ठोककर कहती है मैं अग्नि परीक्षा दे रही हूं।