Beautiful thought
गुस्से को मन में रखना ऐसा है जैसे जलते कोयले को किसी पर फेंकने के इरादे से पकड़ कर बैठे रहना जो अपना हाथ ही जलाएगा।
गुस्से को मन में रखना ऐसा है जैसे जलते कोयले को किसी पर फेंकने के इरादे से पकड़ कर बैठे रहना जो अपना हाथ ही जलाएगा।