Beautiful thoughts
मूर्ख धूर्त क्रोधी अनुभवी बुद्धिमान और कलहप्रिय लोगों के बीच बोलना व्यर्थ है मूर्ख को समझ नहीं आएगा धूर्त समझना नहीं चाहेगा क्रोधी का खुद पर नियंत्रण नहीं रहता तो समझेगा ही क्या बुद्धिमान के सामने बोलकर मूर्ख बन जाओगे कलहप्रिय लोगों के बीच बोलने से आपको ही कलह का कारक साबित करने के प्रयत्न में लग जाएगा।