Beautiful thoughts
जब तक मिट्टी थी पैरों से रौंदी गई ज्यों ही मटका बना आग पे तपकर पानी को ठंडा कर लोगों को पानी से तृप्त करने से लोगों के घरों में सुरक्षित स्थान पर आ गई लोगों ने संभाल कर रखना चाहा कहीं ठेक लगकर टूट न जाए आखिर सुरक्षित रहने के लिए मिट्टी ने चोट खाकर आग में तपन सही थी।