Beautiful thought
जब चाहे चले जाना जब मन किया आ जाना सारी दुनिया बदल जाए सब मेरे हिसाब से रहे किंतु मैं नहीं बदलुंगा।
मुंह से शब्द बोलने से पहले हजार बार सोंच समझ लेना चाहिए कि उन शब्दों को लपककर अपने हित मे इस्तेमाल करने के लिए हितैषी के रूप में छुपे आस्तीन में छिपकर सांप बैठे हैं।